बालों कि देखभाल :- संपर्क संवित 8104252102 व्हाट्स अप
किसी भी स्त्रि या पुरूष की खूबसूरती में बालों का अहम भुमिका हाेती है । अत: असमय बालों का गिरना युवाआें के लीए चिंता का विषय बन जाता है ।
बाल झडनें के कारण :- बाल झडनें के कई कारण हो सकते है, जिनमें शरीर के लीए जरूरी विटमीन,प्रोटीन, इनोस्टोल आैर खुन की कमी प्रमुख है । इनकी कमी से बाल कुपोषण के शिकार हो जाते है । आैर झडने लगते है । इसके अलावा मानसिक दुर्बलता ,अत्यधिक मानसिक कार्य खराब पाचन क्रिया ,रूसी ,उपदंश आदि भी बाल झडने के प्रमुख कारणों में हो सकते है । सिर के बाल गिरने के कई आैर कारण भी हो सकते है । जिनमें प्रमुख है - मानसिक तनाव, गर्म पानी से बाल धोना, रासायनिक शैम्पू से बाल धोना , बालो मे साबुन का अत्यधिक इस्तेमाल, बालो को ड्रायर से सुखाना, प्रदुषण तथा सिर में खुश्की हाेना आदि ।
लक्षण :- बाल झडनें के स्थिती में सबसे पहले दोनों कनपटीयों के निकट के बाल झडने शुरू हो जाते है । इसके बाद सिर के मध्य भाग के बाल भी झडनें शुरू हो जाते है । आैर धिरे धिरे बालो की संख्या कम होती जाती है । तथा व्यक्ति गंजा हाे जाता है । बाल गिरने के कई लक्षणों में प्रमुख है - सोने के लिए उपयोग किये जाने वाले तकिए पर टुटे बालों का चिपकना , कंघी करते समय बालो का टुटना , माथे का चौडा होना, सिर की मालिश करते वक्त बालों का टुटकर हाथ में चिपक जाना आदि ।
बचाव:- बालो को झडने से बचानें व उन्हें काले, मुलायम व चमकदार बनायें रखनें के लिए भोजन में विटमीन ए व बी की मात्रा बढानी चाहीए । इसके साथ ही प्राेटीन ,आयरन, व खनिजयुक्त खाद्य पदार्थो का भरपुर प्रयोग करना चाहिए । अंकुरित गेंहूं, सेब, केला, पपीता, संतरा, चकोतरा, तरबुज,दुध,मटर, गाजर, हरी पत्तीदार सब्जियां ,पालक, मेथी, सरसौं का साग, गोभी, टमाटर, प्याज व बिना पालिश वाले चावल का प्रयोग करना चाहीए । सप्ताह में एक या दो बार बालो की जडों में नारियल , सरसौ या तिल के तेल से मालिश करनी चाहिए । बालो को धोनें के लिए गर्म पानी व रासायनिक शैम्पू व साबुन इस्तमाल न करें । बालों को सुखानें के लीए ड्रायर आदि का प्रयोग न करें । तथा बालो को काला करने के लीए डाई आदि का प्रयोग न करे जहां तक संभव हो हर्बल मेहंदी ही बालो में प्रयोग करे । आैर बालो में नियमित कंघी करे, ताकि बालो का व्यायाम होता रहे ।
उपचार :- इस समस्या से बचने के लिए रात को कांच के बर्तन में सुखा आंवला भिगोकर रख दें आैर अगले दिन सुबह मसलकर उसकी गुठंलियां निकाल दें तथा उसके पानी से सिर धोंयें । काफी लाभ मिलेगा । सुबह-सुबह घास पर नंगे पांव चलने से बालो को ताजी हवा मिलती है । जो बालो के पोषण के लीए आवश्यक मानेें जाते है । इसके बाद देर तक धुप का सेवन भी करे । इससे मष्तिष्क मे नई उर्जा का संचार होता है । बालो को झडने से बचाने के लिए प्याज, गाजर, टमाटर, बंदगोभी , चुकदंर आदि का सलाद खांये । साथ ही आंवला, अरीठा, शिकाकाई, मेथी, बालछड आदि के पत्तों का पाउडर बनाकर मेहंदी के पाउडर में मिला लें आैर इसे बालो में लेप करें। सुखनें के बाद बालों को धाेंएं। इससे बालो का झडना तथा समय से पहले सफेद होना दोनो ही रूक सकता है । भोजन मे कैल्शीयम व प्रोटीन का सेवन अवश्य करें । बालों में रूसी होने पर निबूं के रस में अंडे की जर्दी मिलाकर उसे बाल की जडों में अंगुलियों मे पोरो से मलें आैर फिर बाल धो ले।
गंजापन होने पर :- गुंजा , हाथीदांत , की राख आैर रसवंती प्रत्येक 2 से 10 ग्राम का लेप करने से जिस जगह के बाल झड गये होगें वहां वापस उग जायेगें ।
- दही एवं नमक समान मात्रा मेे मिलाकर जहां- जहां गंजापन आ गया हो , वहां रोज रात्रि को चार - पाचं मिनट मालिश से लाभ होता है ।
बाल सफेद होने पर :- निबोंली का तेल दो महीने तक लगाने एवं नाकं मे डालने से अथवा तुलसी के 10 से 20 ग्राम पत्तो के साथ उतनें ही सूखें आवंले को पिसकर नीबुं के रस में मिलाकर लगाने से बाल काले होते है ।
- अल्पायु में सफेद बालों के लिए हाथी दांत , आवंला, एवं भृंगराज, का तेल बनाकर सिर में डालें । घी गर्म करकें उसकी कुछ बुंदे नाकं में टपकाएं। तथा दिन में दो बार त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करे अवश्य ही लाभ होगा ।
इसके अलावा माेहनजी पंसारी हर्बल प्रोडक्ट कं का "मोनालिसा हेयर आयल" जिसमें आवंला, भृगंराज, ब्राहमी, बालछड व चमेली के पत्तों के साथ जैतुन तेल, बादाम तेल व तिल तेल के मिश्रण से तैयार किया गया है , जो कि बालों के समस्त प्रकार कि समस्याआें में लाभकारी है । इसके अलावा " केशरतन हर्बल शैम्पू" जिसमें विभीन्न आयुर्वेदिक आैषधियों जैसे बालछड, मेथी , आवंला, अरीठा, शिककाई आदि के मिश्रण से तैयार किया गया है । दोनों के नियमित प्रयोग से बालों के समस्त प्रकार की समस्याआें छुटकारा मिलता है ।
किसी भी स्त्रि या पुरूष की खूबसूरती में बालों का अहम भुमिका हाेती है । अत: असमय बालों का गिरना युवाआें के लीए चिंता का विषय बन जाता है ।
बाल झडनें के कारण :- बाल झडनें के कई कारण हो सकते है, जिनमें शरीर के लीए जरूरी विटमीन,प्रोटीन, इनोस्टोल आैर खुन की कमी प्रमुख है । इनकी कमी से बाल कुपोषण के शिकार हो जाते है । आैर झडने लगते है । इसके अलावा मानसिक दुर्बलता ,अत्यधिक मानसिक कार्य खराब पाचन क्रिया ,रूसी ,उपदंश आदि भी बाल झडने के प्रमुख कारणों में हो सकते है । सिर के बाल गिरने के कई आैर कारण भी हो सकते है । जिनमें प्रमुख है - मानसिक तनाव, गर्म पानी से बाल धोना, रासायनिक शैम्पू से बाल धोना , बालो मे साबुन का अत्यधिक इस्तेमाल, बालो को ड्रायर से सुखाना, प्रदुषण तथा सिर में खुश्की हाेना आदि ।
लक्षण :- बाल झडनें के स्थिती में सबसे पहले दोनों कनपटीयों के निकट के बाल झडने शुरू हो जाते है । इसके बाद सिर के मध्य भाग के बाल भी झडनें शुरू हो जाते है । आैर धिरे धिरे बालो की संख्या कम होती जाती है । तथा व्यक्ति गंजा हाे जाता है । बाल गिरने के कई लक्षणों में प्रमुख है - सोने के लिए उपयोग किये जाने वाले तकिए पर टुटे बालों का चिपकना , कंघी करते समय बालो का टुटना , माथे का चौडा होना, सिर की मालिश करते वक्त बालों का टुटकर हाथ में चिपक जाना आदि ।
बचाव:- बालो को झडने से बचानें व उन्हें काले, मुलायम व चमकदार बनायें रखनें के लिए भोजन में विटमीन ए व बी की मात्रा बढानी चाहीए । इसके साथ ही प्राेटीन ,आयरन, व खनिजयुक्त खाद्य पदार्थो का भरपुर प्रयोग करना चाहिए । अंकुरित गेंहूं, सेब, केला, पपीता, संतरा, चकोतरा, तरबुज,दुध,मटर, गाजर, हरी पत्तीदार सब्जियां ,पालक, मेथी, सरसौं का साग, गोभी, टमाटर, प्याज व बिना पालिश वाले चावल का प्रयोग करना चाहीए । सप्ताह में एक या दो बार बालो की जडों में नारियल , सरसौ या तिल के तेल से मालिश करनी चाहिए । बालो को धोनें के लिए गर्म पानी व रासायनिक शैम्पू व साबुन इस्तमाल न करें । बालों को सुखानें के लीए ड्रायर आदि का प्रयोग न करें । तथा बालो को काला करने के लीए डाई आदि का प्रयोग न करे जहां तक संभव हो हर्बल मेहंदी ही बालो में प्रयोग करे । आैर बालो में नियमित कंघी करे, ताकि बालो का व्यायाम होता रहे ।
उपचार :- इस समस्या से बचने के लिए रात को कांच के बर्तन में सुखा आंवला भिगोकर रख दें आैर अगले दिन सुबह मसलकर उसकी गुठंलियां निकाल दें तथा उसके पानी से सिर धोंयें । काफी लाभ मिलेगा । सुबह-सुबह घास पर नंगे पांव चलने से बालो को ताजी हवा मिलती है । जो बालो के पोषण के लीए आवश्यक मानेें जाते है । इसके बाद देर तक धुप का सेवन भी करे । इससे मष्तिष्क मे नई उर्जा का संचार होता है । बालो को झडने से बचाने के लिए प्याज, गाजर, टमाटर, बंदगोभी , चुकदंर आदि का सलाद खांये । साथ ही आंवला, अरीठा, शिकाकाई, मेथी, बालछड आदि के पत्तों का पाउडर बनाकर मेहंदी के पाउडर में मिला लें आैर इसे बालो में लेप करें। सुखनें के बाद बालों को धाेंएं। इससे बालो का झडना तथा समय से पहले सफेद होना दोनो ही रूक सकता है । भोजन मे कैल्शीयम व प्रोटीन का सेवन अवश्य करें । बालों में रूसी होने पर निबूं के रस में अंडे की जर्दी मिलाकर उसे बाल की जडों में अंगुलियों मे पोरो से मलें आैर फिर बाल धो ले।
गंजापन होने पर :- गुंजा , हाथीदांत , की राख आैर रसवंती प्रत्येक 2 से 10 ग्राम का लेप करने से जिस जगह के बाल झड गये होगें वहां वापस उग जायेगें ।
- दही एवं नमक समान मात्रा मेे मिलाकर जहां- जहां गंजापन आ गया हो , वहां रोज रात्रि को चार - पाचं मिनट मालिश से लाभ होता है ।
बाल सफेद होने पर :- निबोंली का तेल दो महीने तक लगाने एवं नाकं मे डालने से अथवा तुलसी के 10 से 20 ग्राम पत्तो के साथ उतनें ही सूखें आवंले को पिसकर नीबुं के रस में मिलाकर लगाने से बाल काले होते है ।
- अल्पायु में सफेद बालों के लिए हाथी दांत , आवंला, एवं भृंगराज, का तेल बनाकर सिर में डालें । घी गर्म करकें उसकी कुछ बुंदे नाकं में टपकाएं। तथा दिन में दो बार त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करे अवश्य ही लाभ होगा ।
इसके अलावा माेहनजी पंसारी हर्बल प्रोडक्ट कं का "मोनालिसा हेयर आयल" जिसमें आवंला, भृगंराज, ब्राहमी, बालछड व चमेली के पत्तों के साथ जैतुन तेल, बादाम तेल व तिल तेल के मिश्रण से तैयार किया गया है , जो कि बालों के समस्त प्रकार कि समस्याआें में लाभकारी है । इसके अलावा " केशरतन हर्बल शैम्पू" जिसमें विभीन्न आयुर्वेदिक आैषधियों जैसे बालछड, मेथी , आवंला, अरीठा, शिककाई आदि के मिश्रण से तैयार किया गया है । दोनों के नियमित प्रयोग से बालों के समस्त प्रकार की समस्याआें छुटकारा मिलता है ।
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